A Pray of an old lady- एक बूढ़ी महिला की प्रार्थना : एक बूढ़ी महिला एक सब्जी की दुकान पर जाती है और उसके पास सब्जी खरीदने के पैसे नहीं होते है | वह दुकानदार से प्रार्थना करती है की वो उसे सब्जी उधार में दी जाये पर वह दुकानदार माना कर देता है और उस महिला के बार बार अघ्रह करने पर दुकानदार महिला को खीच कर कहता है तुमरे पास कुछ ऐसा है जिसकी कोई कीमत हो तो उसे इस तराजू पर रख दो में उस वजन के हिसाब से तुम्हें सब्जी दे दूंगा |
बूढ़ी महिला कुछ देर सोच में पढ़ जाती है कियुं की उसके पास ऐसा कुछ भी नहीं था, कुछ देर सोचने के बाद वो एक कागज का टुकड़ा निकाल कर उसमे कुछ लिख कर तराजू में रख देती है| दुकानदार यह सब देख कर हसने लगता है फिर भी वह तराजू से कुछ सब्जी निकाल कर तराजू पर रखता है| और आचार्य कागज वाला पढ़ला नीचे और सब्जी वाला ऊपर हो जाता है यह देख कर दुकानदार थोरी और सब्जी डालता है फिर भी कागज वाला पढ़ला नीचे ही रहता है |
यह देख कर वो ऐसे ही सब्जी डालता रहता हें पर कागज वाला पढ़ला नीचे से ऊपर होता ही नहीं है तब जाकर दुकानदार उस कागज के टुकरे को उठता है, और पढना शुरु करता है और हैरान रह जाता है उसमे लिखा था|
- है ईश्वर तुम सब ज्ञानी हो अब सब तुम्हारे हाथ में है दुकानदार को अपनी आंख पर यकीन नहीं होता वह उस महिला को तराजू में राखी सारी सब्जी दे देता है|
वह पास में खरा एक ग्राहक उस को बोलता है और समजता है, दोस्त आप चाहे मत करो पर ईश्वर ही जानते है की प्रार्थना का मूल किया होता अगर सचे मन से की जाये तो इश्वर अवश्य मदत करते है| अक्षर लोगो के पास बहाना होता है की हमारे पास वक़त नहीं पर सच तो यहाँ है की इश्वर को याद करने का कोई समय नहीं होता, प्रार्थना के द्वारा

मन के विचार दूर होते है और मन को उर्जा का संसार होता है जीवन की कठनाईयो का सामना करने का बल मिलता है, जरुरी नहीं की कुछ मागने के लिए ही प्रार्थना की जाये तो आप के पास जो कुछ भी है उसका धन्यवाद करना चाहिये आप का अहम नाश होगा और कही ज्यादा अच्छा व्यक्ति का निर्माण होगा और मन में क्रोध, घर्ण जैसे विचारो से दूर रखे हमे रोज ईश्वर की प्रार्थना करनी चाहिये| इस से न केवल शक्ति मिलेगी हमे जीवन में किया करना है पता लग जायेगा|
A Pray of an old lady- एक बूढ़ी महिला की प्रार्थना का उदेश :
इस कहानी से हमे शिक्षा मिलती है की हमे कभी किसी का मजाक नहीं बनाना चाहिये और भगवन का ध्यान करना चाहिये जब समय मिले|
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